एक किताब है 'डिसऑर्डर इन अमेरिकन
कोर्ट्स'। इसमें कोर्ट में वकीलों द्वारा पूछे
गए कुछ मजेदार सवालों का जिक्र है। कुछ
ऐसे ही किस्से नीचे दिए जा रहे हैं -
वकील – यह बीमारी आपकी याददाश्त
को कैसे प्रभावित करती है?
गवाह – मैं भूल गया।
वकील – भूल गए? अच्छा क्या आप
किसी ऐसी बात का उदाहरण दे सकते हैं,
जो आप भूल चुके हैं?
***
वकील – डॉक्टर क्या यह सच है कि कोई
व्यक्ति अगर नींद में ही मर जाए तो उसे
अगली सुबह तक पता नहीं चलता है कि वह
मर गया है?
गवाह – क्या आपने सच में वकालत पास
की है?
***
वकील – आपके बीस वर्षीय छोटे बेटे
की उम्र कितनी है?
गवाह – जी वह बीस का है, आपके आईक्यू
जितना।
***
वकील – जब आपकी तस्वीर
खींची जा रही थी, तब आप वहां मौजूद
थे?
गवाह – आप क्या पागल हैं?
***
वकील – उसके तीन बच्चे हैं, ठीक?
गवाह – हां।
वकील – उसमें से कितने लड़के हैं?
गवाह – कोई नहीं।
वकील – और लड़कियां कितनी हैं?
गवाह – जज साहब, मुझे लगता है मुझे नए
वकील की जरूरत है।
***
वकील – आपकी पहली शादी खत्म कैसे हुई?
गवाह – मौत से।
वकील – अच्छा, किसकी मौत से?
गवाह – आप अंदाजा लगाइए।
***
वकील – डॉक्टर, क्या शव का परीक्षण
करने से पहले आपने लाश की पल्स चैक
की थी?
गवाह – नहीं।
वकील – सांसें चैक की थीं?
गवाह – नहीं।
वकील –
तो क्या ऐसा नहीं हो सकता कि शव
परीक्षण से पहले तक मरीज जिंदा हो।
गवाह – नहीं।
वकील – आप इतने विश्वास से कैसे कह सकते
हैं?
गवाह – क्योंकि उसका दिमाग मेरी टेबल
पर जार में रखा था।
वकील – लेकिन क्या मरीज
बिना दिमाग के जिंदा नहीं रह सकता?
गवाह – हां रह सकता है और हो सकता है
कि वह अभी कहीं वकील हो।
Friday, October 10, 2014
पागल वकील
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